इस जमना उत नर्मदा,
इस चम्बल उत टौंस ।
छत्रसाल सौं लरन की,
रही न काहू हौंस ।।
उमा भारती जी के मुताबिक बुंदेलखंड अरसे से उपेक्षित है और इस क्षेत्र पर सपा, कांग्रेस, बसपा पैकेज की राजनीति करती रही हैं। लोगों की बुनियादी जरूरतों की पूर्ति अलग राज्य के गठन से ही पूरी हो सकती हैं।
इस क्षेत्र के लोग अलग बुंदेलखंड राज्य की मांग लम्बे समय से करते आ रहे है. प्रस्तावित बुंदेलखंड राज्य में उ.प्र
बुंदेलखंड एकीकृत परिषद द्वारा प्रस्तावित बुंदेलखंड राज्य में कुछ जिले उत्तर प्रदेश के तथा कुछ मध्य प्रदेश के हैं,वर्तमान में बुंदेलखंड क्षेत्र की स्तिथि बहुत ही गंभीर है । यह क्षेत्र पर्याप्त आर्थिक संसाधनों से परिपूर्ण है किन्तु फिर भी यह अत्यंत पिछड़ा है । इसका मुख्य कारण है,राजनीतिक उदासीनता
Badhai
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