बुन्देलखंड का हर निवासी बुन्देला है


बुन्देलखंड में महाराजा छत्रसाल की शासन सत्ता इस प्रकार थी :–


इस जमना उत नर्मदा,इस चम्बल उत टौंस ।

छत्रसाल सौं लरन की,रही न काहू हौंस ।।







गुरुवार, 28 नवंबर 2013

धन्य धरा बुंदेलखंड की जहां झलकारी ने जन्म लओ.

महोबा, कार्यालय प्रतिनिधि : संत कबीर आश्रम में रविवार को वीरांगना झलकारी बाई की जयंती मनाई गई। इस दौरान आयोजित काव्य गोष्ठी में लोगों ने अपनी रचनाओं की पेशकश की।

महाविद्यालय के प्रवक्ता डा. एलसी अनुरागी व समाजसेवी शिवकुमार गोस्वामी ने झलकारी बाई के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला। इसके बाद पं जगप्रसाद तिवारी व मालती विश्वकर्मा ने धन्य धरा बुंदेलखंड की जहां झलकारी ने जन्म लओ..तो राजकीय बालिका इंटर कालेज की शिक्षिका सरगम खरे ने सुनो-सुनो ए दुनिया वालों झलकारी की अमर कहानी..पंक्तियों के माध्यम से मौजूद लोगों को मंत्र मुग्ध कर दिया। मनोज मधुर ने ले लिया जन्म मारी किलकारी थी..रचना की प्रस्तुति कर जमकर वाहवाही लूटी। कवि हरदयाल हरि, पालिकाध्यक्ष पुष्पा अनुरागी व योगेंद्र अनुरागी आदि ने भी अपने विचार व रचनाएं प्रस्तुत की। इस मौके पर राजकुमार अनुरागी, जगदीश चंद्र, किशोरदादा पुरवार सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।

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